साईं
साभार गुगल
भोर का प्रकाश बन झिलमिलाना मेरे साईं
घर में ज्ञान का दीप तुम जलाना मेरे साईं
साथी बन रास्तों पर कहीं मिलना मेरे साईं
दुःख में मन में आस्था बन चलाना मेरे साईं
सुख मिले जगत में या दुःख मिले हमे साईं
लब पर तेरा नाम सुबह शाम हो बस साईं
हो अँधेरा मन का रोशनी बन मुस्कुराना साईं
प्रीत बन भक्ति कि मेरी सदा संग रहना साईं
आराधना राय "अरु"
Comments
Post a Comment